कोरोनावायरस के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को लेकर सोमवार को कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, “मैं इस बारे में सोमवार को बीसीसीआई के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ही कुछ कह पाऊंगा। लेकिन हालात को देखें तो दुनिया में स्थिति सही नहीं है और दुनिया थम सी गई है, ऐसे में खेल का भविष्य कहीं नजर नहीं आ रहा है। इस बार आईपीएल को भूलना ही बेहतर होगा।’’ इससे पहलेकोरोना और वीजा प्रतिबंध के कारण 29 मार्च से होने वाले टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए टाला गया था।
देश में 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन के बढ़ने की पूरी उम्मीद है। ऐसे में बीसीसीआई आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल सकती है। आईपीएल को सितंबर में कराने पर भी विचार किया जा रहाहै। केंद्र सरकार ने 15 अप्रैल तक ही वीजा पर प्रतिबंध भी लगाया था। अब इसके भी बढ़ने की पूरी उम्मीद है।
‘इस बार आईपीएल नहीं हो सकता’
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल की स्थिति में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है। अब कोई तरीका नहीं बचा है। एयरपोर्ट बंद है, लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। सभी ऑफिस बंद हैं। कोई कहीं आ या जा नहीं सकता। यह स्थिति आधी मई तक रहने की संभावना है। ऐसी स्थिति में खिलाड़ियों को कहां से लाएंगे और उन्हें यात्रा कैसे कराएंगे। कॉमन सेंस है कि यह स्थिति दुनियाभर में किसी भी खेल के अनुसार नहीं है। आईपीएल को भूलें।’’
‘46 साल के जीवन में ऐसा अनुभव कभी नहीं किया’
गांगुली ने कहा, ‘‘इस समय स्थिति काफी भयानक है। मैंने ऐसा अनुभव अपने 46 साल के जीवन में कभी नहीं किया है। पूरी दुनिया ने भी कभी ऐसे हालात नहीं देखे होंगे। मुझे लगता है कि
कोई भी ऐसा अनुभव दोबारा नहीं करना चाहेगा। पूरी दुनिया लोग सिर्फ यही सोच रही हैं कि अगले दो हफ्ते कितने लोग और मरेंगे। यह भयावह है।’’
कोरोना से देश में 242 की मौत
कोरोनावायरस से दुनियाभर में रविवार सुबह तक 17 लाख 79 हजार लोग संक्रमित पाए गए हैं। एक लाख 8 हजार 770 की मौत हो चुकी है। वहीं, चार लाख दो हजार 709 ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में रविवार सुबह 8 बजे तक देश में 8 हजार 356 लोग संक्रमित हैं। इनमें से 7 हजार 367 का इलाज चल रहा है। 715 ठीक हुए हैं और 242 की मौत हो चुकी है।
तीन राज्यों ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी है
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया, ‘‘तीन राज्य पंजाब, महाराष्ट्र और कर्नाटक पहले ही लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा चुके हैं। यदि देश में भी यही फैसला लिया जाता है, तो फिर ऐसी स्थिति में आईपीएल होना संभव नहीं है। लेकिन हम तत्काल प्रभाव से आईपीएल को रद्द भी नहीं किया जा सकता है। इसके अनिश्चितकाल के लिए टलने की पूरी संभावना है। हम आईपीएल को रद्द भी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि यदि ऐसा होता है, तो करीब 3 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा। बीसीसीआई अपने स्टॉकहोल्डर्स से बात कर कोई रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है। ऐसे संकट के समय में बीसीसीआई के पदाधिकारी यह कहने की स्थिति में नहीं हैं कि आईपीएल होगा या नहीं।’’
बीसीसीआई दो विकल्पों पर विचार कर रही
अधिकारी के मुताबिक, बीसीसीआई दो मुख्य विकल्पों पर विचार कर रही है। पहला है कि आईपीएल को अक्टूबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से पहले सितंबर में ही करा लिया जाए। इसके लिए वर्ल्ड कप की मेजबान ऑस्ट्रेलिया, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) और अन्य संबंधित स्टॉकहोल्डर्स से बात की जा रही है। दूसरा विकल्प है कि परिस्थिति सामान्य होने तक इंतजार किया जाए, क्योंकि इस समय काफी इफ और बट हैं। परिस्थितियां सामान्य होने पर ही सार्थक विचार-विमर्श हो सकता है।